यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में चुनाव लड़ेगी जनहित पार्टी, दिल्ली एमएसीडी चुनाव भी लड़ने की तैयारी
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। यूपी और पंजाब चुनावों से पहले एक नई राजनीतिक पार्टी 'जनहित पार्टी' का गठन किया गया है। जनहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय त्यागी एवं राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्री विनोद त्यागी ने मंगलवार, 21 दिसंबर को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर नई पार्टी के गठन पर मीडियाकर्मियों को संबोधित किया।
जनहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय त्यागी ने कहा, "केंद्र सरकार और दिल्ली राज्य जनविरोधी नीतियों पर चल रहे हैं। सरकार द्वारा जनता को महंगाई, बेरोजगारी से लगातार परेशान किया जा रहा है। वे युवाओं को परेशान करते रहते हैं और आमजन का मानसिक और आर्थिक रूप से शोषण किया जा रहा है।" उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि सरकारी खजाने का दोहन करने का प्रयास किया जा रहा है। "दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षकों को नियमित नहीं किया जा रहा है, दिल्ली में कोई रोजगार कंपनियों के माध्यम से नहीं आया है, सरकारी नौकरी के रिक्त पद रिक्त पड़े हैं। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का यही हाल है।" जनहित पार्टी दिल्ली में एमसीडी और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। जनहित पार्टी हरियाणा से लड़ेगी चुनाव ।
राष्ट्रीय संगठन महासचिव एवं राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्री विनोद त्यागी ने कहा, ''उत्तर प्रदेश की जनता बौखला गई है. सरकारी नौकरी के रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो रही है, हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है, महिलाओं पर अत्याचार बंद नहीं हो रहे हैं, किसानों के गंन्नो का मूल्य बकाया है। आज तक भुगतान नहीं किया गया। बेरोजगार युवा सड़कों पर हैं, किसान सड़कों पर हैं, गरीब भाई-बहनों के पास रोजगार नहीं है, आम लोग महंगाई से परेशान हैं, कानून-व्यवस्था कमजोर है, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है।
जनहित पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता विनोद त्यागी ने अपने संबोधन में कहा, “पुलिस और प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम करने को मजबूर हैं, विपक्षी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं. मौजूदा सरकारों द्वारा पुलिस व्यवस्था को आगे बढ़ाकर शासन चलाया जा रहा है, मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है, तानाशाही और कट्टरता से आम जनता के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है, तुष्टीकरण की नीति का खुलकर प्रदर्शन किया जा रहा है, साजिश की जा रही है धार्मिक भावनाओं को भड़काकर वोट मांगना जो की संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है । केजरीवाल सरकार ने अपनी आबकारी नीति में बदलाव कर युवाओं को नशे की ओर धकेलने की गंदी साजिश रची है। शराब पीने की उम्र 25 से घटाकर 21 साल करने का फैसला कर लिया है. युवाओं के हाथ में कलम की जगह शराब की बोतल देने का पाप किया है अनुमति देकर इससे दिल्ली में महिलाओं के लिए मुसीबत खड़ी कर हो गई है। रिहायशी इलाकों में शराब की दुकानें खुलने से महिलाओं को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ेगा और उनसे छेड़खानीया बढ़ेंगी ।
दिल्ली में अवैध कॉलोनियों को बसाने का कार्य जारी है, जिससे अवैध बिल्डर्स और कॉलोनाइजर की मिलीभगत से आम गरीब जनता को आर्थीक संकट में डाला जा रहा है । भूतपूर्व सैनिकों की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है, वह भी सरकारी तंत्र के माध्यम से। भाजपा और केजरीवाल सरकार दोनों ही जनविरोधी नीतियों पर चलने वाली सरकार है, जनता को इनके खिलाफ लड़ना होगा। जनहित पार्टी का उदय हुआ है, जिस स्थान पर जनविरोधी कार्य होगा, पार्टी उसका कड़ा विरोध करने के लिए आम जनता के साथ खड़ी होगी।"
प्रेस वार्ता के अवसर पर जनहित पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सर्वेश त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव श्री अजय सिंघल, राज्य संगठन मंत्री श्री बृजकिशोर त्यागी, दिल्ली राज्य के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अनुज नंबरदार त्यागी, दिल्ली प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता श्री संजीव भारद्वाज मौजूद थे। झारखंड प्रदेश अध्यक्ष श्री शैलेश चरण मिश्रा , राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं झारखंड राज्य प्रभारी श्री राजन झा , प्रदेश महासचिव मध्यप्रदेश श्री प्रमोद अवस्थी उपस्थित थे।
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