हनुमान जन्म उत्सव की सभी जनमानस को हार्दिक शुभकामनाएं : खोसला
*श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि*
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
नई दिल्ली। राजीव जोली खोसला ने हनुमान जी को नमन करते हुए कहा विश्व भर में आज हनुमान जयंती का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। हनुमान जी के अनेकों नाम है वह हर दुखहर्ता में जाने जाते हैं भगवान श्री राम जब सीता माता को ढूंढ रहे थे तब उनकी मुलाकात हनुमान जी से हुई जोकि रावण के वध तक हनुमान जी भगवान श्री राम कि हर आज्ञा का पालन करते रहे। जब लक्ष्मण जी मूर्छित हुए जगत संजीवनी बूटी लेने गए उन्हें समझ नहीं आया वह पूरा का पूरा पहाड़ उठा लाए। वह सीता माता को खोजने में हनुमान जी की अहम भूमिका रही वहां पवन पुत्र हनुमान जी ने हवा में उड़ कर भी दिखा दिया कि सब कुछ मुमकिन है हनुमान जी की अनेकों गाथाएं हैं।
महाभारत के समय शक्तिशाली भीम जब रास्ते से गुजर रहे थे तो हनुमान जी ने अपनी पूंछ को बढ़ाकर रास्ते में फैला दिया भीम को कहा गया कि मेरी पूछ को हटाकर साइड से निकल जाओ मगर शक्तिशाली भीम भी नहीं उठा पाए, फिर उन्होंने नमन किया और कहा कि आप तो कोई साधारण वानर नहीं कोई शक्तिशाली वानर है बाद में हनुमान जी ने अपना स्वरूप में आकर उनको दर्शन दिए। वह महाभारत के युद्ध में भी हनुमान जी की प्रतिमा सबसे आगे लगी होती थी कोई भी कार्य से पहले बलशाली हनुमान जी को नमन किया जाता है।
वह भूतों प्रेत आत्माओं से भी जनमानस की रक्षा हनुमान जी की करते हैं। हनुमान जी को चोला शृंगार एवं पताका चढ़ाकर पेश कर अपनी-अपनी आस्था पेश करते हैं। पूरे विश्व में जनमानस की आस्था भगवान, अल्लाह , जीसस क्राइस्ट, वाहेगुरु में हैं उन्हीं की बदौलत ही सृष्टि चल रही है नहीं तो जनमानस ने दो सृष्टि खत्म करने में कोई भी कमी नहीं रखी। वैश्विक महामारी करोना के समय सभी धार्मिक स्थलों के दरवाजे बंद कर दिए गए थे मगर फिर भी हर जनमानस की आस्था ऊपर वाले में ही थी। अनेकों श्रद्धालुओं ने आज जगह-जगह हनुमान जन्म उत्सव पर लंगर प्रसाद अपने आस्था का परमान दिया।
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