विश्व युवा कौशल दिवस पर नेहरू युवा केंद्र ने सेमिनार कराया
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। दुनियाभर में युवाओं के बीच बेरोजगारी की चुनौतियों को कम करने के लिए और उन्हें कौशल बनाने के प्रति जागरूकता फैलाने की मांग को देखते हुए ही विश्व युवा कौशल दिवस अस्तित्व में आया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 नवंबर 2014 को विश्व युवा कौशल दिवस मनाने की घोषणा की. इस तरह पहली बार 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। यह दिन दुनियाभर के युवाओं को रोजगार, काम और एंटरप्रेन्योर बनने के लिए जरूरी स्किल्स से लैस बनाने के लिए समर्पित है।
विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर ही 15 जुलाई 2015 को भारत में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत सरकार की तरफ से देश के युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में नि:शुल्क औद्योगिक प्रशिक्षण दिया जाने का प्रावधान है। इसी को ध्यान में रखते हुए नेहरू युवा केंद्र दक्षिण दिल्ली और नई दिल्ली जिला के जिला युवा अधिकारी श्रीमती नीलू थादानी और श्रीमती निशा कुमारी जी ने महरौली नई दिल्ली कार्यालय में युवा क्लबों के सदस्यों व राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों को कौशल प्रशिक्षण ग्रहण करने की प्रेरणा हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में नेहरू युवा केंद्र संगठन दिल्ली के क्षेत्रीय निदेशक श्रीमान श्याम सुंदर जोशी व उपनिदेशक डॉ अतुल कुमार पांडे मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। मुख्य अतिथियों ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा की युवाओं को किसी भी समाज और देश का भविष्य माना जाता है. अगर युवाओं को बेहतर स्किल ना मिले तो वे बेहतर तरीके से परिवार, समाज और देश की जिम्मेदारियों को नहीं निभा सकते।
आज भी कई ऐसे देश और समाज हैं जहां भारी संख्या में युवा बेरोजगार हैं जो एक वैश्विक चिंता का विषय हुआ है. ऐसे में उन्हें कौशल बनाने और उनकी क्षमता के विकास के लिए जनजागरण काफी जरूरत है। इस कार्यक्रम में लगभग 50 युवाओं ने भागीदारी की।
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