दिल्ली के उपमुख्यमंत्री...

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के खिलाफ सांसद रमेश बिधूड़ी ने किया विरोध प्रदर्शन

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। आज गुरुवार 25 अगस्त कों दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार द्वारा आबकारी नीति में किए गए करोड़ों रूपये के घोटाले को लेकर छत्तरपुर विधानसभा में सैंकड़ो भाजपा कायर्कतार्ओं के साथ लोगों की जागरूकता के लिए मार्च निकाला और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध-प्रदशर्न कर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का पुतला दहन किया।

इस दौरान सांसद रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली में विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने का ढोल बजाते हैं और दूसरी तरफ दिल्ली में जगह-जगह ठेके खुलवाकर लोगों को युवाओं को ‘बाय वन गेट वन’ फ्री शराब परोस कर परिवारों को उजाड़ने वाली नीति को बहुत अच्छा बताते हैं, जिसमें आप के द्वारा किया गया करोड़ों रूपयों का भ्रष्टाचार लोगों के सामने खुल जाता है तो गलत बयान देकर कि भाजपा की तरफ से मुझे पार्टी ज्वाईन करने के लिए ऑफर आया है व इधर-उधर की बातें कर लोगों का ध्यान शराब घोटाले के मुद्दे से भटकाने का प्रयास करते हैं।

बिधूड़ी ने कहा कि यदि ये झूठ नहीं है तो मनीष सिसोदिया स्पष्ट रूप से बताएं कि भाजपा में आने का आॅफर उन्हें किसने दिया। बिधूड़ी ने कहा कि जो सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए हर स्तर तक जा सकते हैं, जनविरोधी नीतियां बनाते हैं, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का समथर्न करते हैं, भेद-भाव व तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, ऐसे लोगों के लिए भारतीय जनता पार्टी में कोई स्थान नहीं है।

बिधूड़ी ने बताया कि आबकारी नीति लाने के लिए जो दिल्ली सरकार ने समिति बनाई थी, जिसने सिफारिश की थी के शराब ठेके के टेंडर में एल-1 को सरकार अपने पास रखेगी, लेकिन जब इसे लागू किया गया तो उस सिफारिश को दरकिनार कर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा होटल ओबेराॅय में करोड़ो रूपये की डील की गई जिसमें निजी कंपनियों को लाइसेंस बांटे गए। बिधूड़ी ने बताया कि इन्होंने कहा था कि हमे जो जनमत मिलेगा हम उसके अनुसार काम करेंगे, परन्तु अब उनका शिक्षा से लेकर शराब तक का चरित्र दिल्ली की जनता के समझ चुकी है। प्रदशर्न में जिला उपाध्यक्ष श्री रणवीर तंवर, पूर्व निगम पार्षदा अनिता तंवर व भाजपा कायर्कतार् उपस्थित थे।                    

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