सिखों के गढ़ में एमसीडी चुनाव में भाजपा की हार, आप को चेतावनी : सरना
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल,के दिल्ली प्रमुख परमजीत सिंह सरना ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों को एमसीडी चुनाव में दिल्ली के सिख गढ़ों में अपने दयनीय प्रदर्शन पर विचार करने की आवश्यकता है।
रकाब गंज गुरुद्वारे के कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में, उन्होंने कहा कि भाजपा को विशेष रूप से उन क्षेत्रों में अपने नुकसान पर विचार करने की जरूरत है जहां उसके पगड़ी पहने टीवी चेहरे एमएस सिरसा ने प्रचार किया था। सरना ने कहा, "दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को नियंत्रित करने वाले सिरसा और उसके अधीनस्थों की पसंद इन एमसीडी चुनावों में पूरी दिल्ली में ऊंची दुकान फीका पकवान साबित हुई। हमारे आकलन में, भाजपा ने सिरसा और हरमीत सिंह कालका जैसे लोगों पर भारी दांव लगाकर भारी गलती की।
जिनकी दिल्ली और अन्य जगहों पर सिख जनता के बीच शून्य विश्वसनीयता उजागर हुई, ज्यादातर सिख बहुल, इलाको में भाजपा की बुरी तरह हार हुई, क्योंकि भाजपा ने गोलक लूट में शामिल लोगो पर विश्वाश किया । उन्होंने कहा कि एमसीडी चुनाव से पहले आप और बीजेपी दोनों ने बंदी सिंह के मुद्दे पर कोई वादा करने से इनकार कर दिया. हम बंदी सिंहों की रिहाई के प्रति उनकी स्पष्ट प्रतिबद्धता का अनुरोध करने के लिए दोनों पक्षों तक पहुंचे थे। लेकिन उनमें से किसी ने भी कोई दृढ़ प्रतिबद्धता की पेशकश नहीं की। इसके बजाय, उन्होंने इस मुद्दे को टाल दिया, जिससे दिल्ली के सिख मतदाताओं में भारी निराशा हुई।" सरना ने एमसीडी के नतीजों को आम आदमी पार्टी के लिए खतरे की घंटी बताया। जो पंजाब और दिल्ली में सता में है और भाजपा, जो 2020-21 में साल भर के कृषि आंदोलन के बाद सिख समर्थन वापस पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं ।
सरना का कहना है कि "दिल्ली जैसे शहर में, जो पंजाब के बाहर किसी भी महानगर में सिखों की सबसे बड़ी सघनता का घर है बिना सिख समर्थन के कोई भी प्रचंड जीत का सपना नहीं देख सकता। दिल्ली में बिना सिख समर्थन के कोई भी प्रचंड जीत का सपना नहीं देख सकता। दिल्ली में सिख राज विधाता हैं। भाजपा और आप दोनों को अब यह मान लेना चाहिए कि बंदी सिंह की रिहाई और पाकिस्तान पर श्री ननकाना साहिब जाने वाले सिख तीर्थयात्रियों को पहुँचने पर वीसा की सुविधा देने के लिए राजनयिक दबाव जैसे मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्हें सिख समुदाय की संतुष्टि के अनुसार संबोधित किया जाना चाहिए। उन्होंने अकाल तख्त श्री पटना साहिब में मर्यादा उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा उठाए गए कदमों का भी स्वागत किया। वही,सरना ने सिरसा को अकाल तख्त के आदेशों की अवहेलना को प्रोत्साहित नहीं करने की चेतावनी दी।
उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भी आगाह किया कि "हमारे पास पूरे मामले में सिरसा की बेहद नकारात्मक भूमिका के बारे में जानकारी है। वह श्री अकाल तख्त साहिब की अवज्ञा को प्रोत्साहित करता रहा है। हम उन्हें इस घोर दुराचार के खिलाफ,आने वाले समय मे उनको भी इनकी सचाई का पता चल जायेगा।
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