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मगध फाउंडेशन का केंद्र को पत्र,पड़ोसी देशों का बने ग्रेट इंडिया फेडरेशन 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। पूर्व मंत्री छत्तीसगढ़, के. एन. त्रिपाठी नें कहा की विकसित देशों की कई यूनिट ग्रुप बने है जिसमें आपसी समन्वय, आर्थिक, समाजिक, राजनीतिक, और वेश्विक नीतियों पर आपसी विचार विमर्श, आयात - निर्यात पर कार्य नीतियाँ बनाई जाती हैं। वही भारत के ऐतिहासिक साम्राज्यो को देखे 250 ई पूर्व प्राचीन काल मे मगध साम्राज्य का प्रारूप विकसित था जिसमे मित्र देश अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार (बर्मा) और श्रीलंका की भौगोलिक स्थिति एक देश की थी, वही समय- समय मे विभाजन की स्थिति बनी और आज सभी देश अलग- अलग सम्राज्य, सासंकृति, बोली, व्यापारिक, व्यवहार, रहन सहन, अलग अलग है, लेकिन कही न कही आपसी भेद भाव भी बढ़ गये है।

मगध फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री छत्तीसगढ़, के. एन. त्रिपाठी ने प्रेस कलब ऑफ इंडिया मे एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया की मगध फाउंडेशन की एक कोर कमेटी की बैठक मे एक साथ प्रस्ताव पारित किया गया की केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा जायेगा की हमारे सभी पड़ोसी देश जो कभी मगध सम्राज्य का हिस्सा थे उनका एक ग्रेटर इंडिया फेडरेशन के बैनर तहत एक ग्रुप बनाया जाये, जिसमे साझा सस्कृति, संगठन, विदेश नीति, व्यापारिक नीतियाँ और एकीकृत सैन्य बल की रणनीति बनाई जा सके। हम सभी देशों को एक साथ लाकर सीमाओं की सुरक्षा, प्राकृतिक आपदा एवं अन्य वेश्विक नीतियों पर भी महासंघ के तहत पड़ोसी देशों की मदद भी की जा सकेगी। के.एन. त्रिपाठी ने बताया की आगमी 21सितम्बर् को एक बैठक मे ग्रेटर इंडिया फेडरेशन निर्माण के लिए और भारत के प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए संवेधानिक सशोधन प्रस्ताव भी पारित किया जायेगा।

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