घूमन्तु, पिछड़ी, अनुसूचित जन जातियों को करेंगे एक जुट, सविधान बचाने की मुहीम
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की गलत नीतियों के करण आज घूमन्तु,अति पिछड़ी,अति दलित,अन्य कई अनुसूचित,जन जातिया आज भी न्याय के लिए भटक रही है उनको न्याय दिलाने के लिए दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में पद्मश्री, पूर्व विधायक लक्ष्मणाजी माने,अध्यक्ष, वीजेएनटी/डीएनटी, आर्गेनाइजैशन,के तत्वाधान में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुये बताया कि आज दलित समाज खास कर घूमन्तु,अतिदलित,अति पिछडी जातिया भयंकर कठिनाइयों से गुजर रही है, आजादी के 75साल् बाद भी हमको न्याय नहीं मिला,हमको आज भी आतताइयो के नाम से जोड़ा जाता हैं,जिसे अंग्रेजो ने 1931 मे जातियों की सूची निर्धारित की थी, हमने अपने खानदानी कार्य के कारण स्वतंत्रता सेनानियों को हथियार आदि देकर मदद की थी,लेकिन हमको स्वतंत्रता सेनानी आज् भी दर्जा नहीं मिला।
उन्होंने बताया की 1952 मे वर्तमान प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू ने कुछ प्रयास किये लेकिन बाबा साहेब भीम राव डा. अम्बेडकर जी के सांसद नहीं बनने के करण भी हमारी सुनवाई नहीं हुई,वही आरक्षण का लाभ सभी को बराबर नहीं मिल रहा,ठेका प्रथा लागू होने के करण हमारा हक पूरी तरह मारा जा रहा है।
लक्ष्मणाजी माने ने कहा की समय आ गया कि सभी को एक साथ मिलकर सरकार के खिलाफ आवाज उठानी है इस लिए महाराष्ट्र सदन मे देश भर से लगभग 200 अलग अलग संगठनों के लोगो को बुलाया गया है,एक साथ निर्णय लिया जायेगा कि किस तरह हमारी मांगे रखी जाये ओर आगामी दिसंबर मे दिल्ली के रामलीला मैंदान मे बड़ी रैली की जाएगी।
addComments
Post a Comment