दयाल सिंह सांध्य महाविद्यालय सांस्कृतिक संध्या आयोजित
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह सांध्य महाविद्यालय में सोमवार देर सांय सांस्कृतिक संध्या 'मृदुल भाव' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के चेयरमैन प्रो. बृजकिशोर कुठियाला के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के कई विभागों एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं पदाधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष एवं जनसंपर्क अधिकारी अनूप लाठर और सांस्कृतिक परिषद की संयोजिका प्रो. नीरा अग्निमित्रा जी भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय की म्यूजिक सोसायटी 'विसब' के विद्यार्थियों द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलगीत से की गई। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत महाविद्यालय के चेयरमैन प्रो. बृजकिशोर कुठियाला, प्राचार्या प्रो. भावना पांडेय एवं घाना के भारत में प्रथम सचिव कोनराड नाना कोजो असीएदु के द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
महाविद्यालय की ड्रामेटिक सोसायटी जुनून के कलाकारों के द्वारा महाभारत का नाट्य मंचन किया गया। डांस सोसायटी 'फुलकारी' के बच्चों ने संत कबीर के दोहे 'चदरिया झीनी रे झीनी' की नाट्य प्रस्तुति दी। म्यूजिक सोसायटी की यशस्वी ने शिव तांडव की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। महाविद्यालय के शिक्षकों के द्वारा भी राधा-कृष्ण के प्रेम की नृत्य प्रस्तुति दी गई। आखिर में उर्दू अकादमी दिल्ली के सौजन्य से महफिल-ए-कव्वाली का आयोजन किया गया जिसमें हुसैन ब्रदर्स ने अपने अल्फाज़ से शाम को रंगीन बना दिया।
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