फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट ने संस्थापक दिवस पर भविष्य की आकांक्षाओं को प्रदर्शित किया
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) ने 14 जनवरी, 2024 को अपने संस्थापक दिवस को एक भव्य कार्यक्रम के साथ मनाया, जिसमें पूर्व प्रबंध निदेशकों एवं सचिवों, पूर्व छात्रों, संकाय, कर्मचारियों तथा छात्रों को संस्थान की यात्रा एवं उपलब्धियों की स्मृति में एक साथ लाया गया। एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक कर्नल पंकज कुमार सिन्हा जी ने सभी उपस्थित लोगों का हार्दिक स्वागत किया और उनकी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। कर्नल सिन्हा ने अपने संबोधन में डिजाइन एवं विकास के क्षेत्र में एफडीडीआई द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला।
उन्होंने प्रतिभाशाली व्यक्तियों को पोषित करने एवं एक रचनात्मक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो उद्योगों की निरंतर विकसित मांगों को पूरा करता है। एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक, कर्नल पंकज कुमार सिन्हा, ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, जैसा कि हम अपनी सफलता की बुनियादों का पता लगाते हैं, हम खुद को उन अग्रणी लोगों का ऋणी पाते हैं, जिन्होंने अथक एवं दृढ़ संकल्प के साथ, सपनों को वास्तविकता में बदल दिया।उनकी दूरदर्शिता, साहस एवं अटल प्रतिबद्धता ने एफडीडीआई के मूल तत्व को आकार दिया।
कर्नल सिन्हा, ने वैश्विक डिजाइन समुदाय में एफडीडीआई के कद को और बढ़ाने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी भविष्य की परियोजनाओं का भी अनावरण किया। प्रशंसा करते हुए, कर्नल सिन्हा ने एफडीडीआई की सफलता को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए, पूर्व प्रबंध निदेशकों एवं सचिवों को उनके दूरदर्शी नेतृत्व एवं महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बिंदु एक मनोरम पैनल संवाद था जिसमें संस्थान के कुछ प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों शामिल थे। इन निपुण व्यक्तियों ने उद्योग की नवीनतम प्रवृत्तियों में मूल्यवान अनुभव, सफलता की कहानियां एवं जानकारी साझा की। छात्रों ने अपने अभिनव उत्पादों को प्रस्तुत किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं फैशन शो ने समारोह में चार-चॉद लगा दिए। अपने समापन भाषण में, श्री अनिल कुमार कार्यकारी निदेशक, एफडीडीआई जोधपुर ने हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने संस्थापक दिवस को शानदार ढंग से सफल बनाने में गणमान्य व्यक्तियों, पूर्व छात्रों, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदान की सराहना की।
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