बेहतर एवं आधुनिक...

बेहतर एवं आधुनिक कानूनी प्रक्रिया वक्त की ज़रूरत : सुकुमार पटजोशी, उपाध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन

बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेजी से बदलती दुनिया में न्याय देने में देशों के बीच सहयोग का आह्वान किया है। पीएम ने हाल में ही न्याय दिलाने में सीमा पार चुनौती विषय पर दो दिवसीय लीगल एजुकेशन एसोसिएशन (सीएलईए) कामनवेल्थ अटार्नीज एंड सॉलिसिटर्स जनरल कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन संबोधन में कहा कि जब हम सहयोग करते हैं,तो एक दूसरे की व्यवस्था को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।अधिक समझ से अच्छा तालमेल बनता है और जल्द न्याय मिलता है। पीएम ने इस तरह के सम्मेलन को महत्वपूर्ण बताते हुए आर्थिक और साइबर अपराधों की ओर ध्यान दिलाया और कहा कि 21वीं सदी के मुद्दों को बीसवीं सदी के नज़रिए से नहीं निपटाया जा सकता।

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुकुमार पटजोशी ने पीएम के विचारों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कानूनी प्रणालियों को आधुनिक बनाने, प्रणाली को अधिक सुदृढ़ और अनुकूल बनाने सहित पुनर्विचार, पुनर्कल्पना और सुधार की जरूरत है।

इस कॉन्फ्रेंस में पीएम ने न्याय दिलाने में सीमा पार चुनौतियां की प्रासंगिकता पर जोर दिया और न्याय सुनिश्चित करने के लिए देशों के साथ आने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हवाई और समुद्री यातायात नियंत्रण जैसी प्रणालियों के सहयोग और परस्पर निर्भरता का जिक्र करते हुए कहा कि हमें जांच करने और न्याय दिलाने में सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है। सुकुमार पटजोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस तरह से कांफ्रेंस में कानूनी प्रक्रिया के सामने वैश्विक चुनौतियों का जिक्र किया, ये वक्त की मांग है। हम सबको इस पर गंभीरता से अमल करने की जरूरत है।

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