'ज़ील 2024' की शानदार शुरुआत, दो दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। लिंग्याज़ ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज ने अपने वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव, "ज़ील 2024" की शानदार शुरुआत की। इस वर्ष, ज़ील की थीम "सफर - द जर्नी ऑफ इंडिया" है, जो भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति का उत्सव है।यह कार्यक्रम युवा लोगों की रचनात्मकता और भावनात्मक प्रतिभा का जश्न है जिसमें कई तरह के कार्यक्रमों और गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भव्य उद्घाटन रहा जिसमें सम्मानित गणमान्य व्यक्ति, अभिनेता और कॉमेडियन श्री अली असगर और एनडीटीवी की वरिष्ठ संपादक व एंकर सुश्री नगमा सहर शामिल हुए, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। मनोरंजन उद्योग के प्रसिद्ध हस्ती अली असगर ने ‘ज़ील 2024’ का हिस्सा बनने पर अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "सांस्कृतिक उत्सव छात्रों को शिक्षा से परे अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करके शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही एंकरिंग की दुनिया की प्रमुख हस्ती नगमा सहर ने अपनी भावनाओं को सांझा करते हुए कहा “हमेशा याद रखें जब भी आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करें तो अपनी मानवता को ना छोड़ें ।
दो दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव, "ज़ील 2024"के पहले दिन कला, नृत्य प्रदर्शन, संगीत समारोह, थिएटर प्रदर्शन और बौद्धिक गतिविधियों का जीवंत संगम देखा गया, जिससे 40 से अधिक कॉलेजों की भागीदारी के साथ छात्रों के बीच सौहार्द और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा मिला। "ज़ील 2024" ने छात्रों को अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
उत्सव में सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिसमें डॉ. पिचेश्वर गड्डे (सीईओ और अध्यक्ष, लिंग्याज़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन), सुश्री सुनीता गड्डे (सचिव, लिंग्याज़ समूह), सुश्री अमिता कुमार (सलाहकार, एल.एल.डी.आई.एम.एस), डॉ. प्रणव मिश्रा (निदेशक, एल.एल.डी.आई.एम. एस), और अन्य विभागाध्यक्ष, उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम में अविस्मरणीय योगदान दिया।
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