पित्त की थैली के कैंसर को बिना आपरेशन ठीक किया : डॉ. बोकोलिया
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। सबसे खतरनाक माने जाने वाले पित्त की थैली का कैंसर को बिना आपरेशन ठीक किया। डॉ. सुनील कुमार बोकोलिया 1997 से चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे है, डॉ. बोकोलिया का कहना है कि आज कल के बेहद गलत खान पान से आम जनता को ऐसी बीमारियां हो रही है जिम आमतौर से खांसी बुखार सबसे ज्यादा अधिक संख्या में है, लोग लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर यह तरह-तरह बीमारियां किन गलतियों की वजह से आम लोगों को बार-बार हो रही है, और वो भी केंसर जैसी खतरनाक बीमारी, हमारा खान पान इतना मिलावटी हो चुका है कि हमारे शरीर के ऑर्गन उसको संभाल नहीं पाते और बीमार होना शुरू हो जाते है।
सबसे बड़ी बात ये कि हम अपने और अपने शरीर के लिए थोड़ा सा भी समय नहीं निकलते है और ना ही हम योगा की तरफ ध्यान देते है ना साथ में किसी भी प्रकार का कोई व्यायाम करते, जिस वजह से खाना हमारे शरीर में धीरे-धीरे सड़ना शुरू कर देता है और और हमें तरह-तरह की बीमारियां गिरने लगती है जिससे हम बीमार होने लगते हैं। किसी भी कैंसर को लेकर ये मिथ्या है की उसका ऑपरेशन करवा दो और वह ठीक हो जाएगा परंतु यह बिल्कुल भी सत्य नही है बल्कि आमतौर पर ऐसा देखा गया है ऑपरेशन होने के बाद कैंसर के बढ़ाने की रफ्तार 2 गुना से भी ज्यादा हो जाती है जिससे मरीज को बेइंतहा दर्द भी शुरू हो जाता है ।
डॉ सुनील के अनुसार कैंसर कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है बस उसका इलाज करने वाला डॉक्टर उस बिमारी को पैसे की बजाय दिल से ठीक करने की कोशिश करेगा तो मरीज अवश्य ही ठीक हो जाएगा परंतु वही डॉक्टर अगर वही इलाज पैसे के लिए करेगा तो वो कैंसर ही क्या किसी भी छोटी बड़ी बीमारी को कभी भी ठीक नही कर पाएगा, परन्तु आज ज्यादातर बड़े निजी अस्पताल जिनके मैं नाम नहीं लेना चाहता वह अस्पताल सिर्फ़ पैसों के लिए ही इलाज करते हैं, उन्हें किसी भी मरीज की जिंदगी से कोई मतलब नही होता कई बड़े निजी अस्पताल तो पैसा लेकर भी मरीज का इलाज पूरी गंभीरता से नहीं करते परंतु यह मरीज के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है l डॉ. बोकोलिया अपनी सरकारी डयूटी के साथ साथ ऐसे लोगों का इलाज भी करते हैं जिन्हें रुपयों के अभाव के चलते बेहतर चिकित्सा सुविधा आसानी से नही मिल पाती या फिर वह लोग जो अपनी बीमारी से बहुत ज्यादा पीड़ित हो चुके हैं, जिन्हें बड़े-बड़े अस्पताल नकार चुके है जहां पर वह काफी उम्मीद लेकर जाते हैं, जहां उन्हें यह जवाब मिल जाता है कि आपका इलाज यहां पर संभव नहीं है।
डॉ. बोकोलिया ज्यादातर ऐसे लोगों का इलाज करना ज्यादा पसंद करते हैं जो कई अस्पताल में इलाज करवाने पर भी ठीक नहीं होते है, डॉ. बोकोलिया अब तक कैंसर के अनगिनत मरीज ठीक कर चुके है उनके लिए पित्त की थैली के कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज भी बगैर ऑपरेशन करना कोई बड़ी बात नहीं है, डॉ. बोकोलिया लीवर, किडनी, कैंसर, सरवाईकल, डेंगू, टाइफाइड जैसे कई मरीज आसानी से ठीक कर चुके है और वो स्वस्थ हुए हैं, अनेकों विश्व रिकार्ड बना चुके है एक सरकारी अधिकारी होते हुए समाज के गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के हमेशा तैयार रहते है। पूरे शरीर में किसी भी प्रकार का कोई भी ऑपरेशन बता दिया गया हो मरीज को वह उसे बगैर ऑपरेशन के ठीक करने का मादा रखते हैं, डॉ सुनील कुमार बोकालिया का यह कहना है कि जब कोई बीमारी बगैर ऑपरेशन के ही ठीक हो सकती है तो किसी भी मरीज के शरीर के साथ ऑपरेशन करके क्यों खिलवाड़ किया जाए। मरीज के ठीक होने पर मरीज ने खुद अपने परिवार के साथ आकर डॉ बोकोलिया का समान किया और उनके हॉस्पिटल में मिठाई बांटी।
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