महेश वैष्णव' के हाथो में...

'महेश वैष्णव' के हाथो में ईश्वर की अदभुद कला : राहुल धुर्वे 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

दक्षिणी दिल्ली। विश्व विख्यात पेंटर आर्टिस्ट ,मूर्तिकार,और चित्रकार महेश वैष्णव जी के द्वारा बनाई गई संपूर्ण रामायण पर आधारित दुनिया की पहली पेंटिंग जिसमे 108 चित्रों में पूरी रामायण के अवलोकन को देख का ऐसा लगा कि इनके हाथों में ईश्वरीय वरदान है,सनातन परंपरा को अपनी कला से पहचान देने में इन्होंने अपना सर्वत्र न्यौछावर कर दिया,यह कहना था कर्नाटक के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य जिनकी कई पीढ़ियां गुरुकुल सेवा कर दिव्य दृष्टि,मास रीडिंग, चेहरे को देख कर लोगो का बीता कल, वर्तमान और भविष्य की दशा बताने में महारत है। 

श्री ज्योतिषाचार्य राहुल ध्रुवे जी ने महेश वैष्णव के घर आकर उनकी कला को ईश्वर का वरदान कहा।राहुल ध्रुवे ने महेश वैष्णव के द्वारा बनाई गई सभी कला को देख कर कहा कि यहां आकर उन्हें ऐसा लगा जैसे बैकुंठ धाम आ गए हैं। आज कई लोग रामायण नहीं पढ़ पाते हैं, ऐसे में संपूर्ण रामायण का अध्ययन करना और राजा दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर अयोध्या के भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला के विराजमान होने तक की संपूर्ण यात्रा को 108 तस्वीरों के जरिए कला के माध्यम से एक पेंटिंग में पिरोना असाधारण कार्य है। इसके लिए मैं महेश जी को बधाई देता हूं एवं उनका अभिनंदन करता हूं।

महेश वैष्णव ने कहा कि ज्योतिषाचार्य गुरु राहुल ध्रुवे का आशीर्वाद पाकर में अभिभूत हूं,उन्होंने मेरे यहां कई बार भ्रमण कर मुझे प्रोत्साहित किया, मैने जो भी सीखा है,बनाया है प्रभु श्री राम के आशीर्वाद के बिना ये सब संभव नहीं था,कई महानुभावों ने यहां आकर मुझे आशीर्वाद दिया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही विश्व विख्यात ज्योतिषाचार्यो का एक महा सम्मेलन किया जाएगा जिसमे आम लोगो को भी ज्योतिष विद्या को जानने समझने का अनुभव मिलेगा।

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