शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई की अहम बैठक
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब स्थित पार्टी कार्यालय में दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह सरना की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में समूची कार्यकारी समिति ने इकट्ठा होकर मौजूदा राजनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
इस मौके पर संबोधित करते हुए सरदार हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि उनका परिवार 1925 से अकाली दल से जुड़ा हुआ है और अकाली दल को कमजोर करने की साजिशें विभाजन से पहले भी जारी थीं, विभाजन के बाद भी और 1984 के बाद भी जारी रहीं। लेकिन हर बार अकाली दल मजबूती से इन हालातों से बाहर निकला है, क्योंकि अकाली दल सिखों का एकमात्र प्रतिनिधि दल है और सदा रहेगा। अकाली दल की अगुवाई में जितने भी मोर्चे लगे हैं, वे पंजाब ने फतह किए हैं। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में विश्वास जताते हुए बागी धड़े से पार्टी मंच पर अपनी बात रखने की अपील की। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कोर कमेटी के सदस्य सरदार मनजीत सिंह जीके ने संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष की अगुवाई में विश्वास प्रकट किया।
इस मौके पर दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह सरना ने संबोधित करते हुए कहा कि अकाली दल ने अपने सिद्धांतों को प्रमुख रखते हुए भाजपा से समझौता नहीं किया। भाजपा को सत्ता का घमंड था, इसलिए अकाली दल ने बिना शर्तें माने समझौता रद्द कर दिया, जिससे अकाली दल को अंदर से कमजोर करने की साजिश बेनकाब हो गई। हम अब भी अकाली दल के स्टैंड पर कायम हैं। सभी वक्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में विश्वास जताया और अंत में सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर पार्टी अध्यक्ष को समर्थन देते हुए अकाली दल के साथ चट्टान की तरह खड़े रहने का ऐलान किया।
इस मौके पर सरदार करतार सिंह चावला, सरदार तजिंदर सिंह गोपा, सरदार परमजीत सिंह राणा, बीबी रंजीत कौर, सरदार सुखविंदर सिंह बब्बर, सरदार अवतार सिंह कालका, सरदार सतनाम सिंह खालसा, सरदार सुरिंदर सिंह दारा, सरदार अवतार सिंह कालका, सरदार मंजीत सिंह सरनासरदार रमनदीप सिंह सोनू, सरदार गुरमीत सिंह फिलीपींस और सरदार जसमीत सिंह पीतमपुरा समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता मौजूद थे।
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