अपने म्यूजिक से मंथन ने बदली सोच
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
नई दिल्ली। स्पोटिफाई से लेकर एप्पल म्यूजिक तक हर किसी सिंगिंग स्ट्रीमिंग एप में छाए हुए मंथन सोमवंशी ने अपने काम से न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि उन सभी की सोच बदली जो करियर में रिस्क लेने से डरते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे मंथन ने 10 साल मेहनत करके आज अपना नाम बनाया है।
इंडस्ट्री में इन दिनों यंग टैलेंट का सितारा बोल रहा है और इसी में अब एक और नाम शामिल हो गया है मंथन सोमवंशी जिनका गाना रिकोंते इन दिनों सभी सिंगिंग स्ट्रीमिंग एप्स स्पोटिफाई से लेकर एप्पल म्यूजिक एप्स पर धूम मचा रहा है। इस बारे में उनका कहना है कि मुझे यहां तक पहुंचने में 10 साल लगे हैं और इन 10 सालों में मैंने अहसास किया कि हमारे देश में म्यूजिक में अपना नाम बनाना आसान नहीं है क्योंकि पहले तो हमें बताने वाला कोई नहीं होता कि क्या करें और कैसे करें।
इसके अलावा इंटरनेट पर भी इसके बारे में लोगों ने कई अफवाहें फैलाई हुई है। ये पूछे जाने पर कि उन्होंने अपने पहले सिंग्लस को अंग्रेजी भाषा में ही क्यूं गाया उन्होंने जवाब दिया कि जिस वक्त मैं अपने लिए गाना लिखने की कोशिश कर रहा था उस वक्त मेरी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ जिसने मुझे वेस्टर्न म्यूजिक की तरफ आकर्षित किया और वैसे भी अब संगीत की कोई भाषा नहीं होती। आगे बात करते हुए मंथन ने कहा कि पहले मुझे मेरी फैमिली का उतना सपोर्ट नहीं था इसलिए मैं छुपकर सब सभी लोग सो जाते थे तो अपना रियाज किया करता था। लेकिन अब मेरे मम्मी से लेकर पापा तक मेरा साथ दे रहे हैं और उससे मेरा हौसला बढ रहा है।
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