लंग कैंसर का पता लगाने और जांच के लिए प्रेरित करने के लिए ‘इंडिया डिटेक्ट्स टु डिफीट’पहल की घोषणा की
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
नई दिल्ली। अमर चित्र कथा के सहयोग से तैयार की गई सचित्र पुस्तिका कुछ चुने हुए क्लीनिकों पर उपलब्ध है, ताकि मरीजों और उनके प्रियजनों को फेफड़ों के कैंसर की जानकारी बेहतर तरीके से मिल सके। जॉनसन एंड जॉनसन (जेएंडजे) इंडिया ने अपने राष्ट्रव्यापी अभियान इंडिया डिटेक्ट्स टु डिफीट (#Indiadetectstodefeat) शुरू करने की घोषणा की, जिसमें फेफड़ों के कैंसर के उपाचार से परिणामों में सुधार के लिए शुरुआती स्तर पर उसकी पहचान और जांच की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। इस अभियान के पहले चरण में, रोग के बारे में जटिल जानकारी को आसान तरीके से आम जनता तक पहुंचाने के लिए आकर्षक, सचित्र पुस्तिका तैयार की गई है। इस बुकलेट को भारत के सबसे लोकप्रिय कथाकारों में से ‘एक अमर चित्र कथा’ के साथ मिलकर तैयार किया गया है।
यह महत्वपूर्ण बुकलेट मरीजों एवं उनके परिवारों को लंग कैंसर के जोखिम, लक्षण और शुरुआती निदान के महत्व को बेहतर ढंग से समझने में सहायता करेगी। प्रिंट और डिजिटल दोनों स्वरूप में उपलब्ध यह पुस्तिका चुनिंदा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता चिकित्सालयों या जेएंडजे इंडिया वेबसाइट से ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, भारत में फेफड़ों के कैंसर के मामले 2025 तक सात गुना बढ़ने का अनुमान है। 2022 में ही फेफड़ों के कैंसर के लगभग 81,000 मामले सामने आए थे, साथ ही 75,000 मौतें हुईं, जिससे यह देश में कैंसर से संबंधित मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से एक बन गया है।
इंडिया डिटेक्ट्स टु डिफीट, मुख्य रूप से नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (एनएससीएलसी) के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है। लैंसेट रीजनल हेल्थ - साउथईस्ट एशिया 2024 के अनुसार वैश्विक स्तर पर सभी फेफड़ों के कैंसर के मामलों इस प्रकार के कैंसर की हिस्सेदारी 85% है। इस प्रकार का कैंसर अक्सर जेनेटिक म्युटेशन(आनुवंशिक उत्परिवर्तन), एपिडर्मल ग्रोथ फैक्टर रिसेप्टर (ईजीएफआर) जीन से जुड़ा होता है, जिसके चलते लंग कैंसर कोशिकाओं अनियंत्रित तरीके से वृद्धि या विभाजन होने लग सकता है।
जागरूकता का प्रसार फेफड़ों के कैंसर की शुरुआती पहचान, समय पर उपचार और बेहतर परिणामों की दिशा में पहला कदम है। जॉनसन एंड जॉनसन की इस पहल का लक्ष्य महत्वपूर्ण जानकारी को आसानी से समझ में आने वाले स्वरूप में प्रस्तुत लंग कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
जॉनसन एंड जॉनसन इनोवेटिव मेडिसिन इंडिया एवं दक्षिण एशिया ऑपरेशंस के श्री पुष्कर कुलकर्णी ने कहा, “‘इंडिया डिटेक्ट्स टु डिफीट’ अभियान के पहले चरण में अमर चित्र कथा के साथ भागीदारी करते हुए, हम फेफड़े के कैंसर के बारे में लोगों को आसान तरीके से जागरूक बना रहे हैं। कहानी सुनाने के माध्यम हम जटिल जानकारी को सरल बनाते हैं, भारत भर के परिवारों तक पहुंचते हैं और उन्हें शुरुआती लक्षणों को पहचानने और समय पर देखभाल करने में सक्षम बनाते हैं। यह बुकलेट हमारे कॉल टू एक्शन - लक्षणों को जानें, शीघ्र निदानकराएं, मार्गदर्शन के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लें और इस मौन हत्यारे के खिलाफ खड़े हों, को स्पष्ट करती है। साथ मिलकर, हम समय रहते पहचान करके बदलाव ला सकते हैं और जिंदगियां बचा सकते हैं।”
सुश्री गायत्री चंद्रशेखर, प्रधान संपादक, अमर चित्र कथा (टिंकल) ने कहा, ‘‘अमर चित्र कथा में हम कहानियों की ताकत में यकीन करते हैं जो लोगों को प्रेरित करती हैं, शिक्षित करती हैं और सकारात्मक बदलाव लाती हैं। यह साझेदारी हमें समाज के एक बड़े वर्ग तक जटिल स्वास्थ्य संदेश को आसानी से पहुंचाने में मदद करती है। संबंधित कहानियों के माध्यम से हम फेफड़ों के स्वास्थ्य और शुरुआती पहचान के बारे में संवाद को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं, जिससे परिवारों को जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य संबंधी फैसले लेने के लिए समर्थ बनाया जा सके।”
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